आज मैं आप सभी को एक प्राचीन जड़ी बूटी ब्राह्मी के बारे में बताने वाला हु अगर आप भी आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों में जानकारी रखना पसंद करते है और अपने आप को को प्राचीन जड़ी बूटियों का इस्तेमाल करके फिट रखना चाहते हैं
तो यह वेबसाइट आप सब के लिए लिए सही है और आप सब सही जगह पर भी है लेकिन एक छोटी सी आपील है की कभी भी सिर्फ फायदा जान कर वेबसाइट से हट जाना या अध अधुरा जानकारी लेना आप की सेहत के लिए घातक हो सकता है
ब्राह्मी खाने से किस तरह का फायदा होता है
इस लिए जब भी किसी चीज़ के बारे में कहीं भी पढ़े तो पूरी जानकारी लें आधा अधुरा जानकारी न लें वरना आप को बहुत नुकसान हो सकता है चलये आज जो मैं आप सभी को आयुर्वेद के अनुसार ब्राह्मी के बारे में जानकारी देने जा रहा हु इसको भी पूरी तरह से पढ़े ताकि आप को कोई फायदा हो न की नुकसान इस लिए पुरे पोस्ट को पढ़ें
आयुर्वेद के अनुसार ब्राह्मी जिसको इंग्लिश में Bacopa monnieri भी कहा जाता है एक ठंड तासीर वाली जड़ी बूटी है जिसका इस्तेमाल प्राचीन काल से हो रहा है और बहुत सारी बिमारियों के लिए अमृत माना जाता है इस लिए आज मैं आप सभी को ब्राह्मी के बारे में पूरी जानकारी दूंगा
दोस्तों ब्राह्मी का अगर सही से इस्तेमाल किये जाएँ तो इसके फायदे अनेक हैं आयुर्वेद के अनुसार ब्राह्मी बुद्धिवर्धक, मजबूत याददाश्त, पित्तनाशक,और शारीर को ठंडक पहुचाने के साथ साथ toxic पदार्थों को भी बहार निकालता है
ब्राह्मी में बहुत सरे गुण पाये जाते है जैसे की एंटी ऑक्सीडेंट,एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी डायबेटिक, के सेवा और भी कई गुण पाए जाते है जिसकी वजह से यह जड़ी बूटी कई सारी बिमारियों में पुर ज़ोर असर करता है
ब्राह्मी के इस्तेमाल का सही तारका
वही बात की जाए उसके इस्तेमाल की तो इस दावा का इस्तेमाल आप खली पेट कर सकते है वह भी दूध में मिला कर लें तो जियादा बेहतर है वरना आप इसको गरम पानी के साथ ले सकते है इसके अलावाह अआप चाहे तो ब्राह्मी का का पाउडर 30 से 50 मिलीलीटर पानी में पाउडर का काढ़ा बना कर उबले हुए पानी में डाल कर ले सकते है
आयुर्वेद के अनुसार ब्राह्मी पित्तनाशक, मजबूत याददाश्त, एवं बुद्धिवर्धक औषधि मन जाता है इसी के साथ बॉडी को ठंड पहुचने वाली और शारीर से विषैले पदार्थों को बहर निकालने वाली जड़ी बूटी मानी जाती है|
इस के अलावाह इस जड़ी बूटी में ऑक्सीडेंट और एंटी-डायबिटिक,एंटी-इंफ्लेमेटरी, गुण पाए जाते हैं जो आप को कई सारी बीमारी से बचा सकते है एवं आप को बता दूँ की ब्राह्मी का उपयोग प्राचीन काल से की जा रही है
यदि आप भी ब्राह्मी पाउडर ले रहे हैं या लेना चाहते है तो रूज़ ब्राह्मी पाउडर 1 चम्मच दूध में मिलाकर रूज़ खली पेट ले सकते हैं इस के अलावाह अगर बच्चों को इसका सेवन कराते हैं तो कुछ सावधानी बरतनी पड़ेगी उनको कम मात्रा में पाउडर दें और शहद में मिलाकर ही दें
अगर वही हम बात करें इस आयुर्वेदिक जड़ी बूटी की तो इसके कुछ दुष्प्रभाव भी है इस लिए नियमित समय तक ही इसका सेवन करें या किसी भी नजदीकी आयुर्वेदा डॉक्टर्स से सलाह ले लें
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